“सैंया भये कोतवाल”.. इस भू माफ़िया का ग़ज़ब का confidence है भाई, आदिवासी जमीन के बेनामी खरीद में भी है मास्टरी.. कच्चे पक्के में लेनदेन हो गया शुरू, जमीन की रजिस्ट्री किए नहीं और छोटे छोटे प्लॉट काट कर बेचने की पूरी तैयारी…ग्राम गढ़उमरिया में राजस्व विभाग की मिलीभगत से रायगढ़ के कुख्यात भू माफ़िया का नया प्रोजेक्ट बाजार में हुआ लॉन्च..आगामी पोस्ट में पढ़िए कि जूट मिल रोड पर फ्लाइ ओवर ब्रिज के किनारे एक और अवैध प्लॉटिंग अपने अंतिम चरण में कैसे पहुंची….

– किसान की ज़मीन पर अवैध प्लॉटिंग, राजस्व विभाग मौन…
– मुख्य मार्ग से लगे प्लॉटों का भाव 3000/- प्रति वर्गफुट का खोला गया है ..सूत्र
– कच्चे में 2500 से 2700 रुपये तक का लेनदेन..सूत्र
– उच्च स्तरीय शिकायत के साथ साथ आयकर विभाग के राडार की रेंज में भी लाया जाएगा मामला:-सूत्र
गढ़ उमरिया,रायगढ़। क्षेत्र में भू-माफ़ियाओं का दुस्साहस अपने चरम पर है। किसान के नाम पर दर्ज भूमि को न केवल जेसीबी लगाकर समतल किया जा रहा है, बल्कि उस पर बिना किसी वैध प्रक्रिया के बाउंड्री बनाकर प्लॉट काटे जा रहे हैं और खुलेआम बेचने की तैयारी की जा रही है। इस पूरे मामले में राजस्व विभाग की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। सूत्रों के अनुसार, लगभग सवा दो एकड़ भूमि, जो अब भी सरकारी अभिलेखों में एक किसान के नाम पर दर्ज है, को भू-माफ़िया द्वारा अवैध रूप से प्लॉटिंग में तब्दील किया जा रहा है। जमीन का नक्शा तैयार कर कुख्यात जमीन दलालों को सौंप दिया गया है, जो अब ग्राहकों को भ्रमित कर मोटी दलाली वसूल रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि नक्शे में यह तक दर्शाया जा रहा है कि भूमि मुख्य मार्ग से जुड़ी हुई है, जबकि वास्तविकता इससे कोसों दूर है।