हाथरस हादसे के घायलों से मिले CM योगी, सहारा के ठिकानों पर ED की रेड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। हाथरस प्रकरण में पुलिस ने मुख्य सेवादार, आयोजकों और सेवादारों के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया है। पुलिस के मुकदमे में कथावाचक बाबा सूरज पाल उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं है। हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र में मंगलवार को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 116 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सौ से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब फुलरई मुगलगढ़ी में नारायण विश्वहरि उर्फ भोले बाबा सत्संग समाप्त करने के बाद बाहर निकल रहे थे।
उधर, लखनऊ में सहारा इंडिया की मुश्किलें और बढ़ती दिख रही है। बुधवार सुबह लखनऊ में सहारा के कई ठिकानों पर ईडी की कोलकाता यूनिट छापेमारी कर रही है। ईडी लखनऊ यूनिट के कई अफसर भी छापेमारी में शामिल है। पूरा मामला कोलकाता की चिटफंड कंपनी में हुए कथित घोटाले से जुड़ा है। लखनऊ के कपूरथला में सहारा के हेड ऑफिस में जांच और छापेमारी चल रही है। सहारा भवन में ईडी ने कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त किए। सहारा हेड ऑफिस में चल रही छापेमारी में कई दर्जन अधिकारी मौजूद हैं। सहारा आफिस को सील कर दिया गया है। किसी आने-जाने नहीं दिया जा रहा है।
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यूपी के इस शहर में अब सुख-सुविधा शुल्क भी लगेगा, होगी ये दर
बड़े शहर में रह रहे हैं तो यहां सुख सुविधा शुल्क भी देना होगा। एलडीए लखनऊ में यह व्यवस्था लागू करने जा रहा है। पूरा जिला एलडीए का हिस्सा हो चुका है। कुछ बाहरी इलाके भी महायोजना में शामिल हैं। ऐसे में समूचे एलडीए क्षेत्र में नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। विशेष सुख सुविधा शुल्क की व्यवस्था वर्ष 2023 में यूपी सरकार की कैबिनेट बैठक का निर्णय है। इसके बाद एलडीए ने ग्रीन कॉरिडोर में यह शुल्क लागू किया था।
Hathras Stampede: इकलौते बेटे की लाश कंधे पर लिए घूमता रहा पिता
हाथरस में संत्संग के दौरान मची भगदड़ में तमाम लोगों ने अपनों को खो दिया, लेकिन मंगलवार को सिकंदराराऊ सीएचसी पर ऐसा मंजर भी देखने को मिला कि एक पिता अपने छह साल के बेटे की लाश को कंधे पर लेकर रोता बिलखता रहा। इस हादसे में वह अपनी पत्नी और इकलौते बेटे को खो चुका था।
सहारा के कई ठिकानों पर ईडी की रेड, चिटफंड घोटाले से जुड़ा मामला
लखनऊ में सहारा इंडिया की मुश्किलें और बढ़ती दिख रही है। बुधवार सुबह लखनऊ में सहारा के कई ठिकानों पर ईडी की कोलकाता यूनिट छापेमारी कर रही है। ईडी लखनऊ यूनिट के कई अफसर भी छापेमारी में शामिल है। पूरा मामला कोलकाता की चिटफंड कंपनी में हुए कथित घोटाले से जुड़ा है। लखनऊ के कपूरथला में सहारा के हेड ऑफिस में जांच और छापेमारी चल रही है।
कोरोना में भी हुजूम जुटा चुका है हाथरस वाला बाबा, बनाई ‘नारायणी सेना’
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान भगदड़ के हादसे में अब तक 121 लोगों के मारे जाने की खबर आ चुकी है। यह हादसा नारायण सरकार हरि कहलाने वाले सूरजपाल सिंह नाम के शख्स के सत्संग में हुआ। यह सूरजपाल सिंह बहुत चर्चित नहीं रहा है, लेकिन इस हादसे ने उसे पूरे देश में कुख्यात कर दिया है। हालांकि अब जो रिकॉर्ड सामने आ रहा है, उसके अनुसार सूरजपाल सिंह पर पहले भी केस दर्ज हो चुके हैं।
हाथरस सत्संग में 121 मौतों का मामला हाईकोर्ट पहुंचा, CBI जांच की मांग
यूपी के हाथरस में सत्संग के समापन के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों के जान गंवाने का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने लेटर पिटीशन दाखिल कर हाईकोर्ट से मांग की है कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए या फिर न्यायिक जांच हो।
खुफिया के आगाह करने पर भी नहीं चेता प्रशासन, हाथरस की सबसे बड़ी चूक
नारायण हरि साकार के नाम से प्रसिद्ध सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हादसे को लेकर पुलिस के खुफिया तंत्र ने पहले ही आगाह कर दिया था। एलआईयू ने अपने उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट में सवा लाख से अधिक भीड़ जुटने की बात कही थी। रिपोर्ट में अधिक भीड़ होने पर हादसा होने का भी अंदेशा जताया गया, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
सालभर में 10 महिलाओं का मर्डर कर फेंका, इस एक ही पैटर्न से हत्या
पिछले कई महीने से शांत पड़े बरेली के शाही में मंगलवार को फिर एक महिला की हत्या कर दी गई। महिला का शव गन्ने के खेत में मिला 0 और गले में साड़ी का फंदा कसा था। शीशगढ़-इलाके में एक ही पैटर्न पर साल भर में दस महिलाओं की हत्या होने से क्षेत्र के लोगों में दहशत है। शाही के हौसपुर गांव निवासी तोमपाल की पत्नी 45 वर्षीय अनीता का शव मंगलवार शाम साढ़े छह बजे शाही-शेरगढ़ मार्ग पर बुझिया माइनर के पास गन्ने के खेत में मिला।
हाथरस हादसा: क्या हुआ, कैसे हुआ, अब क्या हो रहा, 5 प्वाइंट में समझें
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार का दिन सैकड़ों लोगों के लिए अमंगलकारी साबित हुआ। कथित तौर पर पुलिस या खुफिया विभाग की नौकरी छोड़कर सूरजपाल से नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा बने एक संत के सत्संग में प्रवचन के समापन और बाबा के निकलने के बाद ऐसी भगदड़ मची कि कल रात 116 की मौत का आंकड़ा बुधवार की सुबह 121 तक पहुंच गया है।
बाबा का सियासत से कनेक्शन, दलितों में गहरी पैठ, मुस्लिम भी हैं अनुयायी
हाथरस में नारायण हरि साकार के नाम से प्रसिद्ध सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सत्संग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। इसमें अब 121 मौतों हो चुकी हैं। अनुसूचित जाति/ जनजाति और पिछड़े वर्ग में गहरी पैठ रखने वाले भोले बाबा दलित वर्ग से हैं। मुस्लिम भी उनके अनुयायी हैं। भोले बाबा कहते हैं- मैं खुद कहीं नहीं जाता, बल्कि भक्त मुझे बुलाते हैं। भक्तों की फरियाद पर अलग-अलग स्थानों पर घूमकर समागम करते रहते हैं।
80 हजार की इजाजत, जुटे 2-3 लाख श्रद्धालु; सभी आयोजकों के फोन बंद
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ स्थित गांव फुलरऊ मुगलगढ़ी में मंगलवार को दर्दनाक हादसा हुआ। भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में अचानक हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। भोलेबाबा के इस कार्यक्रम में 78 लोग अयोजन समिति शामिल थे। हादसे के बाद इनमें से अधिकांश के फोन बंद हो गए। जिन लोगों से संपर्क हुआ, उन्होंने भी खुलकर बोलने से इनकार कर दिया।